सीबीआई की वन्यजीव अपराध इकाई ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (Wildlife Crime Control Bureau) के अधिकारियों के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. सीबीआई को इस कार्रवाई के दौरान वन्यजीवों के अवैध शिकार और उनके अंगों के अवैध व्यापार के बारे में पता चला है. सीबीआई ने सोमवार तड़के यह कार्रवाई की और कई जानवरों की खालों के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई और WCCB के अधिकारियों ने हरियाणा के पिंजौर में इस कार्रवाई को अंजाम दिया. अधिकारियों ने एक वाहन को रोककर उसकी तलाशी ली तो उसमें से कई वन्यजीवों के अंग बरामद हुए.
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अधिकारियों ने क्या बरामद किया?
- तेंदुए की खाल - 2
- तेंदुए के दांत - 9
- तेंदुए के पंजे - 25
- तेंदुए के जबड़े के टुकड़े - 3
- ऊदबिलाव की खाल - 3
- पैंगोलिन के छिलके
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इन धाराओं में मामला दर्ज
इस दौरान मौके से तीन आरोपियों पीरदास, वजीरा और राम दयाल को गिरफ्तार किया गया. वहीं रोहतास नाम के गिरोह के एक अन्य सदस्य को कालका रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 61(2) और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 40, 49, 49B, 51 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी के खिलाफ नेपाल पुलिस ने पहले ही वन्यजीव अपराध के मामले में चार्जशीट दाखिल की है.
जांच में जुटी सीबीआई
जब्त की गई सभी वन्यजीव सामग्री वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में शामिल हैं, जो इन दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों के शिकार और व्यापार पर सख्त रोक लगाती है और दोषियों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान करती है.
CBI अब अवैध वन्यजीव तस्करी के इस नेटवर्क के स्रोत,सप्लाई चेन और पैसे के लेनदेन की गहराई से जांच कर रही है
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