हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत कर्मचारी को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का अधिकारी बन पुलिस विभाग से एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि उसे शहर की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इसने बताया कि बुधवार रात को पुलिस उपायुक्त (मध्य फरीदाबाद) ने पल्ला थाने के एसएचओ को सूचना दी कि उनके पास एक कॉल आई है, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बताया है.
पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उसे फरीदाबाद आना है और वह रास्ता नहीं जानता, इसलिए उसे सही स्थान पर पहुंचने के लिए तुरंत पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की जरूरत है.
इसने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया और दिल्ली सीमा पर पहुंचे, जहां कुछ देर इंतजार करने के बाद उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी बताया.
पुलिस ने बताया कि उसे कार में बैठाकर फरीदाबाद की ओर ले जाया गया. जब दक्षिण दिल्ली के कथित डीसीपी से उसके गंतव्य के बारे में पूछा गया तो उसने एसएचओ से कहा कि उसे वापस नोएडा छोड़ दिया जाए.
पुलिस के अनुसार इसके बाद पता चला कि व्यक्ति फर्जी आईपीएस अधिकारी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान गौरव शर्मा के रूप में हुई है जो दिल्ली के महरौली में रहता है और नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करता है.
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने इंटरनेट के जरिए डीसीपी दक्षिण दिल्ली और डीसीपी मध्य फरीदाबाद के फोन नंबर हासिल किए थे.''
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